मोटापा। शरीर को सुंदर दिखने, और दिखाने मे बहुत बड़ा ग्रहण है। सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण कुछ समय के बाद कट भी जाते हैं लेकिन मोटापा जो जल्दी कटता नहीं, नाना प्रकार के उपाय के बाद भी घटता नहीं है। मोटा शरीर ढेर सारी बीमारियों का घर भी है। जो एक तरफ जीवन की सभी गतिविधियों को शिथिल और कमजोर कर देता है और दूसरी तरफ शारीरिक और मानसिक रोग का बहुत बड़ा कारण भी बनता है। मोटापा से ग्रस्त लोग डाइटिंग भी खूब करने लगते हैं, जिससे शरीर में पोषक तत्वों का अभाव होकर , न्यूट्रिशनल डिफिशिएंसी का कारण भी बन जाता है। थायराइड मोटापा में घबराहट बेचैनी , और शरीर की नसों मांस पेशियों मे दर्द रहता है। त्वचा और बालों का बेजान, रूखापन महिलाओं के सौंदर्य में और भी तकलीफ का कारण होता है।
बहुत सारे लोगों को हार्मोन सप्लीमेंट दवा का सेवन के बाद भी लक्षणों में कमी नहीं आती है जबकि बहुत सारे लोगों में थायराइड प्रोफाइल भी नॉर्मल आता है। ऐसे में क्या करना चाहिए इसका उपाय जानेंगे। फैटी लीवर की भी समस्या इससे डायरेक्ट और इनडायरेक्ट रूप से जुड़ ही जाती है। इतनी ढेरों समस्या की उलझन को कैसे सुलझाएं ।जाने आयुर्वेद का अनुपम तरीका और उपयोग।
आयुर्वेद के अनुसार यह बीमारी कफ और वायु दोष के बिगड़ने से पैदा होती है। बिगड़ा हुआ कफ दोष आपके शरीर में भारीपन मोटापा कोलेस्ट्रोल ट्राइग्लिसराइड्स को अनियमित कर देता है शरीर धीरे धीरे टॉक्सिन से भरने लगता है। लीवर भी फैटी होने लगता है और फैटी लीवर भी मोटापे को और तेजी से बढ़ाने लगता है। इस प्रकार से मोटापा फैटी लिवर को बढ़ाता है और फैटी लिवर मोटापे को बढ़ाने लगता है अंततः मोटापा इस कदर हो जाता है की ढेर सारी मोटापा वाली दवाइयां बेअसर होने लगती है। क्योंकि मोटापा में केवल फैट को बर्न करने का ध्यान दिया जाता है जबकि रोग दोष कारक पर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जाता है। ऐसे में वैद्य की राय से ही दवा ले। अन्यथा बहुत सारी दवा का प्रयोग करने के बाद मन में निराशा ही हाथ आएंगी। इसीलिए बहुत सारे लोग करते हैं कि मोटापे का कोई हल ही नहीं है।
चुकी थायराइड रोग में वायु दोष भी एक बड़ा कारण होता है यह मोटापे में सोने में सुहागा जैसा काम करता हैं। थायराइड मोटापे वाले शरीर में और अधिक सूजन पैदा कर देता है जिससे आपका मोटा शरीर और ढीला ढाला, बेजान सांस की तकलीफ हो से युक्त, मांसपेशियां कमजोर थकान दर्द का भी अनुभव दे जाते हैं। और भी आपके शरीर को मोटा कर देते हैं। जोड़ों के दर्द भी होने लगते हैं जब भी इसके इलाज के लिए दवा एक्सपर्ट से राय लेते हैं यही मिलता है कि अपना वजन कम करें सैर सपाटा करें ध्यान दें।
जाने क्या करें कौन से प्राकृतिक जड़ी बूटियां और खान पान आपकी सेहत को स्वस्थ और आप को सुंदर बनाने में फायदेमंद हैं।
आयुर्वेद मैं बहुत सारी जड़ी बूटियां है उनमें से हरण से हरीतकी के नाम से भी जाना जाता है और कुटकी जिसे कटु के नाम से भी जाना जाता है का प्रयोग बहुत ही फायदेमंद है। कुटकी बहुत कड़वी होती है स्वाद तो नहीं आपको देगी लेकिन इतना निश्चित है कि स्वास्थ आपको जरूर देगी । हरीतकी और कुटकी दोनों को 50-50 ग्राम लेकर फाइन पाउडर बना लें आधा चम्मच खाने के आधे घंटे बाद सुबह शाम पानी से सेवन करें।
कड़वाहट वाले टेस्ट से बचना चाहते हैं और दवा भी सेवन करना चाहते हैं तो भार्गव आयुर्वेद संस्थान के पास लिवर डिटॉक्स और कॉलम डिटॉक्स नाम की औषधि उपलब्ध है जिसको आप ऑनलाइन आर्डर करके प्राप्त कर के लाभ उठा सकते हैं।
जिन भाइयों बहनों माताओं को ऐसा लगता है कि आप बहुत सारे लक्षणों से तकलीफों से परेशान हैं तो उस दशा में भार्गव आयुर्वेदा संस्थान से पूछताछ कर सकते हैं और अपनी समस्या वैदिक निदान लिंक के जरिए घर बैठे अपने कंफर्ट पर दर्ज कर सकते हैं जिसका सही एवं सटीक समाधान हमारे एक्सपर्ट वैद्य आपको अवगत करा देंगे। करें और लाभ उठाएं।
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